आम का प्ररोह पिटिका कीट | Mango shoot gall maker
नमस्कार किसान भाईयों, आम का प्ररोह पिटिका कीट ( Mango shoot gall maker) आम की उपज को भारी नुकसान पहुंचता है. यह कुछ राज्यों में आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचता है. इसलिए गाँव किसान (Gaon Kisan) आज अपने इस लेख में आम का प्ररोह पिटिका कीट ( Mango shoot gall maker) की पूरी जानकारी देगा. जिससे किसान भाई अपने आम के बाग़ को इस कीट के प्रकोप से बचा सके. तो आइये जानते है आम का प्ररोह पिटिका कीट ( Mango shoot gall maker) की पूरी जानकारी-
आम का प्ररोह पिटिका कीट की पहचान
इस कीट का वयस्क 3 से 4 मिमी० लंबा होता है. इसका वक्ष व सिर काला होता है. और उदार हल्का भूरा होता है. मादा का अंड निक्षेपक लंबा होता है. और वह नर से आकार में बड़ी होती है.
कीट पाया जाने वाला क्षेत्र
आम का यह कीट सबसे पहले 1896 में देहरादून में पाया गया था, जब वटकन इसका विवरण दिया था. भारत में यह बिहार तथा उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में पाया जाता है. भारत के अलावा यह बांग्लादेश एवं पाकिस्तान में भी पाया जाता है.
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आम की फसल को क्षति
इस आम के कीट के अर्भक हानिकारक होते है. मादा पत्तियों की नसों में अंडे देती है. इन अण्डों से जो अर्भक निकलते है. वे कलिकाओं में घुस जाते है. और वहां वे कलिकाओं में घुस जाते है. और वहां उनसे रस चूसते है. और वहां उनके रस चूसते है. रस चूसने के परिणाम स्वरूप कलिकाएँ शल्की पत्तियों में बदल जाती है. वे इस प्रकार एकत्र हो जाती है. कि एक शंक्वाकार पीतिका का रूप धारण कर लेती है. इस प्रकार की कलिकाओं में बौर नहीं बनता है. इस तरह आम की फसल में भारी कमी आ जाती है.
अन्य परपोषी पौधे
आम के अलावा यह कीट अन्य किसी पौधे पर आक्रमण नही करता है.
कीट का जीवन चक्र
इस कीट का वैज्ञानिक नाम ऐप्सिला सिस्टेलेटा (Apsylla cistellata buckton) है. यह साइलिडी (Psyllidae) कुल का कीट है. इस जाति के कीट की मादा पत्तियों की मध्य शिरा एवं आड़ी शिराओं में मार्च-अप्रैल में लगभग 150 अंडे देती है. ये अंडे अगस्त-सितम्बर में फूटते है और इनसे छोटे-छोटे अर्भक निकलते है. जो तुरंत आस-पास की नई कलिकाओं में घुस जाते है. और रस चूसना शुरू कर देते है. परिणाम स्वरूप वे पिटिकाओ में बदल जाती है. ये अर्भक 5 से 6 माह तक इन्ही पिटिकाओं में रहकर शीतकाल व्यतीत करते है. फरवरी के अंत या मार्च के शुरू में इनसे वयस्क कीट निकलते है. जो पुनः जीवन-चक्र शुरू करते है. एक वर्ष में इस कीट का एक होही जीवन चक्र पूरा होता है.
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कीट का रोकथाम
- पेड़ पर उपस्थित सभी पिटिकाओं को तोड़कर नष्ट कर देना चाहिए.
- अगस्त, सितम्बर में जब अर्भक निकलते है, 15 दिन के अंतर पर 2 से 3 छिड़काव रोगर या डिमेक्रान 0.04 प्रतिशत की दर से करना चाहिए.
निष्कर्ष
किसान भाईयों उम्मीद है गाँव किसान (Gaon kisan) के इस लेख से आम का प्ररोह पिटिका कीट के बारे में पूरी जानकारी मिल पायी होगी. फिर भी आम के कीट से सम्बंधित आपका कोई प्रश्न हो तो कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट कर पूछ सकते है. इसके अलावा यह लेख आपको कैसा लगा कमेन्ट कर जरुर बताएं, महान कृपा होगी.
आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद, जय हिन्द.