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Wheat cultivation | गेहूं की फसल में रोग एवं कीट का नियंत्रण कैसे करे ?

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Wheat cultivation

Wheat cultivation – गेहूं की फसल में रोग एवं कीटों का नियंत्रण

गेहूं की खेती (wheat cultivation) में उपज अच्छी हो तथा रोग व कीट न लगने पाए. इसके लिए किसान भाईयों को फसल की सही तरीके से देखभाल करनी आवश्यक होती है. इसके लिए किसान भाइयों को बीजोपचार से लेकर कीट, रोग एवं चूहों से अपनी फसल की सुरक्षा करनी होती है. इसलिए गाँव किसान आज के इस लेख में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा दिए गए सुझाव को आप को बातएगा.

बीज उपचार के लिए करें किसान भाई करे यह काम

गेहूं की फसल में अनावृत्त कण्डुआ और करनाल वन्ट रोग की रोकथाम के लिए किसान भाई 2. 5 ग्राम थीरम 75 प्रतिशत डीएस/डब्ल्यूएस या 1. 5 ग्राम कार्बेन्डाजिम 50 प्रतिशत डब्लू॰पी॰ की 1.5 ग्राम अथवा कार्बेक्सिन 75 डब्लू॰ पी॰ की 2.0 ग्राम अथवा टेबूकोनाजोल 2 प्रतिशत डी॰एस॰ की 1.0 ग्राम प्रति किग्रा0 बीज की दर से बीज को उपचरित करना चाहिए।

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मिट्टी के उपचार के लिए करें ये काम

किसान भाई फसल की बिजाई से पहले जैव कवकनाशी (ट्राइकोडर्मा प्रजाति आधारित) के द्वारा 2.5 किग्रा. प्रति हेक्टेयर को 60 किग्रा गोबर की खाद में मिलाकर मृदा उपचार करें, जिसमें अनावृत्त कण्डुवा, करनाल बन्ट आदि रोगों की रोकथाम में मदद मिलती है.

दीमक कीट नियंत्रण

यह एक सामाजिक कीट है और समूह से आता है। एक घोसले में बहुत से कर्मचारी (90 प्रतिशत), सैनिक 2-3%, एक रानी, ​​एक राजा और कई कॉलोनी निर्माता या पूरक अविकसित मादा-नर स्थित होते हैं। कर्मचारी सबसे छोटा पंखहीन, पीले सफेद रंग का होगा।

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ऐसे करे रोकथाम 

दीमक का प्रकोप होने पर खड़ी फसल में क्लोरपाइरीफास 20. ई.सी. 2-3 लीटर प्रति हेक्टेयर की दर सिंचाई के पानी के साथ अथवा बालू में मिलाकर प्रयोग करना चाहिए. इसके अलावा बिवेरिया बेसियाना 2.5 किग्रा. मात्रा को 60-70 किग्रा सड़ी गोबर की खाद में मिलाकर 10 दिनों तक छायें में ढककर रख देना चाहिए, साथ ही बुवाई करते समय कूड़ में इसे डालकर बुवाई करना चाहिए.

चूहे की रोकथाम 

चूहे गेहूं की खड़ी फसल को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। इसके बाद, फसल अवधि के दौरान उन्हें दो-तीन बार रोकने की आवश्यकता होती है। चूहों को नियंत्रित करने का कार्य सामूहिक रूप से किया जाए तो अधिक सफलता प्राप्त होती है।

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चूहों की रोकथाम 

चूहों की रोकथाम के लिए जिंक फास्फाइड या बेरियम कार्बोनेट से बने जहरीले चारे का प्रयोग करना चाहिए.

जहरवाला का चारा बनाने की तरीका

एक भाग जिंक फास्फाइड, एक भाग सरसों का तेल और चौबीस भाग दाना मिलाकर अच्छी तरह से तैयार किए गए जहरीले चारे से काम लें। यह विशिष्ट टिप के चूहे प्रकोप को बढ़ने से भी रोक सकता है।

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