चुकंदर की खेती में नत्रजन का उपयोग 

चुकंदर की खेती में नत्रजन का विशेष प्रभाव पड़ता है. इसके उपयोग से जड़ों की एवं पत्तों की उपज सीधे बढती है. 

किन्तु नाइट्रोजन की उपयुक्त मात्रा के अधिक उपयोग के परिणाम स्वरूप शर्करा की मात्रा एवं रस की गुणवत्ता पर विपरीत असर पड़ता है. 

चुकंदर के खेत जिसमें नाइट्रोजन का अधिक उपयोग  किया जाता है. वह देखने में बहुत अच्छे लगते है. एवं जड़ों की उपज भी बहुत अच्छी होती है. 

अगर नाइट्रोजन कम डाली जाय तो जड़े छोटी एवं उपज कम होती है. 

चुकंदर की खेती में मोटेतौर पर 120 से 160 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति हेक्टेयर डालने की शिफारिश की गयी है.  

अच्छे परिणाम के लिए कुल नाइट्रोजन की 1/3 मात्रा बुवाई के समय,1/3 भाग बुवाई के 30 दिन बाद और शेष 1/3 भाग बुवाई के 60 दिन बाद डालनी चाहिए. 

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