चुकंदर के लिए उर्वरकों का उपयोग 

चुकंदर की अच्छी उपज के लिए फसल को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. 

इन आवश्यक पोषक तत्वों में नाइट्रोजन का प्रभाव चुकंदर की उपज एवं जड़ की गुणवत्ता तथा शर्करा उत्पादन पर बहुत पड़ता है. 

चुकंदर की काश्त में उर्वरक उपयोग नाइट्रोजन युक्त उर्वरक पर मुख्य रूप से केन्द्रित रहता है. 

नाइट्रोजन के अलावा पोटाश तथा फास्फोरस की आवश्यकता भी अच्छी उपज के लिए विशेष मानी गई है. 

भारत के विभिन्न क्षेत्रों में पायी जाने वाली भूमि में पोटाश की पर्याप्त मात्रा होने से इसकों खेत में डालने से विशेष असर तुरंत दिखाई नही देता है. 

किन्तु दूरगामी कृषि सफलता के लिए एवं चुकंदर के लिए इसकी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए पोटाश युक्त उर्वरको का अनुमोदित उपयोग अनिवार्य है. 

चुकंदर की अच्छी काश्त के लिए फास्फोरस निश्चय ही आवश्यक तत्व है. एवं इसकी मात्रा भारत में स्थित विभिन्न क्षेत्रों की भूमि में कम पायी जाती है. 

इसलिए फास्फोरस का उपयोग भी अच्छी काश्त के लिए परम आवश्यक है. 

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