सोयाबीन की बीज शुध्दता की जांच 

सोयाबीन की बुवाई से पहले यह सुनिश्चित कर लें कहीं बीज दो किस्मों का मिश्रण तो नहीं है.

बीज में दूसरी फसल या खरपतवारो के बीच अधिक का मिश्रण तो नहीं है.

इसके अलावा बीजों में कंकड़, पत्थर, धूल-मिट्टी, भूसा, डंठल आदि नहीं होने चाहिए.

बीज की आकृति रंग तथा आकार में समान होना चाहिए.

सिकुड़े हुए बीजों में संचित खाद्य पदार्थ कम होने के कारण उसमें कमजोर पौधे विकसित होते हैं. जिससे उपज भी कम होती है.

सोयाबीन में देखा गया है कि छोटे आकार के बीजों की जमाव क्षमता बड़े बीजों की अपेक्षा अधिक होता है.

बुवाई के लिए पूर्ण रूप से परिपक्व बीज ही छांटने चाहिए.

अच्छी प्रकार परिपक्व बीज चमकीला, साफ तथा भरा हुआ होता है.

बीजों का टूट जाना या कटा फटा होना या केवल बीजबरण का कोई भाग टूट जाना भी काफी हानिकारक होता है

क्योंकि मृदा से उत्पन्न होने वाले रोगों का ऐसे बीजों पर आसानी से आक्रमण हो जाता है

कभी-कभी बीज अंदर से क्षतिग्रस्त होता है लेकिन बाहर से यह दोष दिखाई नहीं पड़ता है

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