सोयाबीन की उन्नत किस्म अंकुर

सोयाबीन की यह किस्म 22 क्रास से प्राप्त संकुल बीज से चयन की हुई किस्म है.

इस किस्म को पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा सन् 1974 में विकसित किया गया है.

यह किस्म उत्तर मैदानी एवं मध्य भारत के लिए जारी की गई है

इस किस्म का पौधा 80 से 90 सेंटीमीटर लंबा होता है

इस किस्म में रोए कत्थई, फूल भूरे सफेद, पत्तियां गहरे हरे रंग की, दाना पीला, नाभिका हल्के कत्थई रंग की एवं दाने मध्यम आकार के होते हैं.

भंडारण के समय विपरीत परिस्थितियां होने के बावजूद इसका जवाब उत्तम रहता है

यह गेरुई और जीवाणु स्फोट के लिए रोधी है

यह किस्म पीला विषाणु रोग के लिए ग्राही है

सोयाबीन की यह किस्म देर से पकती है यह 130 से 135 दिन में उपज देती है.

इसका उत्पादन प्रति हेक्टेयर 20 से 25 कुंतल तक हो जाता है

इसमें 48 से 43% प्रोटीन तथा 21 से 23% तक तेल होता है

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