अरहर की कुछ महत्वपूर्ण बाते 

अरहर को ऊंचाई, पकने के समय, रंग व आकार के आधार पर दो भागों में बांटा गया है.

कैजेनस इंडिकस वैराइटी बाईकोलर, यह देर से पकती है पौधों की अधिक ऊंचाई होती है और चार से पांच बीज फली में होते हैं

कैजेनस इंडिकस वैराइयटी फ्लेक्स यह जल्दी पकती है पौधा छोटा, पीला, फूल और फली में दो तीन बीज पाए जाते हैं.

हमारे देश में अरहर  का क्षेत्रफल दलहनी फसलों के कुल क्षेत्रफल का 14.5 % है तथा उत्पादन, कुल दलहन उत्पादन का लगभग 15.5% होता है

भारत के कुल अरहर उत्पादन का लगभग 73% भाग महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा कर्नाटक से प्राप्त होता है

अरहर एक बहुवर्षीय फसल है जिसे सामान्यतः 1 वर्षीय फसल के रूप में उगाते हैं.

अरहर में पुष्प द्विलिंगी होते हैं तथा पुंकेसरों की संख्या 10 (9+1) होती है

अरहर स्व-परागित फसल होती है

अरहर की अन्य बातों की जानकारी के लिए