सूरजमुखी में मिट्टी चढ़ाना, खाद एवं उर्वरक

सूरजमुखी में दूसरी सिंचाई 50 दिन बाद की जाती है.

मिट्टी चढ़ाने से पौधे आंधी पानी आने के कारण गिरते नहीं हैं.

सूरजमुखी के पौधे पोटेशियम अधिक मात्रा में ग्रहण करते हैं.

पोटेशियम की कमी से सूरजमुखी के बीज खाली रह जाते हैं इसके अलावा इन के अंकुरण में भी 10 से 12 दिन लगते हैं.

सूरजमुखी के तेल में कसैलापन ऑक्सीकरण के कारण होता है.

सूरजमुखी में 60 से 80 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति हेक्टेयर डालनी चाहिए.

सूरजमुखी में फास्फोरस की मात्रा 60 किग्रा प्रति हेक्टेयर तक देनी चाहिए.

इसके अलावा पोटाश की मात्रा 40 किग्रा प्रति हेक्टेयर देते हैं.

इसके अलावा पोटाश की मात्रा 40 किग्रा प्रति हेक्टेयर देते हैं.

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