मक्का की बुवाई का उचित समय और कुछ स्मरण योग्य मुख्य बिंदु

दक्षिण भारत में मक्का की बुवाई अप्रैल व अक्टूबर में करते हैं.

मक्का की कुछ संकुल जैसे लक्ष्मी, जो बिहार के लिए वर्ष 1980 में निकाली गई, रबी के मौसम में उगाई जाती है.

मक्का की खेती, मुख्य रूप से तीनो ऋतुओं - रबी, खरीफ और रबी खरीफ जायद में की जाती है

संकर मक्का की बीज दर 20 से 25 किग्रा० प्रति हेक्टेयर तथा संकुल मक्का की बीज दर 18 से 20 किग्रा० प्रति हेक्टेयर रखते हैं

मक्का की बुवाई जिस मशीन से करते हैं उसे मेज प्लांटर कहते हैं.

मुख्यतः बीज बोने की गहराई 3 से 5 सेमी रखते हैं.

मक्का के बीच का उपचार थायरम, एग्रोसान के 2.5 ग्राम मात्रा द्वारा 1 किग्रा बीज उपचारित करना चाहिए.

मक्का की बुवाई सूर्योदय तथा सूर्यास्त की दिशा में करनी चाहिए. इससे अपेक्षाकृत अधिक उपज प्राप्त होती है.

अच्छी फसल की बुवाई करने के लिए डबलिंग विधि सबसे उत्तम होती है.

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