चुकंदर के लिए जुताई

चुकंदर की अच्छी काश्त के लिए एक-दो जुताई पिछली फसल काटने के बाद करनी चाहिए. 

खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए जिससे पिछली फसल के अवशेष जमीन में दब जाए. 

गहरी जुताई करने से फसल अवशेष दब जाने से वह सड़ कर जैविक तत्व में वृध्दि करते है. 

खेत की गहरी जुताई होने से भूमि की उर्वराशक्ति बढ़ जाती है. 

खेती की गहरी जुताई होने से खरपतवार की भी रोकथाम अच्छी होती है. 

चुकंदर बुवाई की बुवाई से पहले गहरी जुताई खरपतवार के साथ-साथ रोग एवं कीटों की भी रोकथाम करते है. 

गहरी जुताई से भूमि की पानी सोखने की शक्ति में वृध्दि होती है. 

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