मूंगफली के प्रमुख रोग

मूंगफली का टिक्का रोग कवक की दो जातियों द्वारा होता है 1. सर्कोस्पोरा पर्सोनेटा 2.  सर्कोस्पोरा ऐराचिड़ीकोला

इस कवक की पूर्ण अवस्था माइको स्पोरिला ब्रोकोलाई है.

इसका प्रकोप सबसे अधिक तब होता है जब तापमान 22 डिग्री सेल्सियस होता है यह मृदोढ रोग है.

इसके लिए टिक्का रोधी किस्म पानी चाहिए जैसे-T-64, TMV-6, TMV-10, कॉपर गोवन-1 आदि.

रोजेट या गुच्छ रोग या विषाणु रोग विषाणु द्वारा उत्पन्न होता है यह विशाल एक ऐफिड द्वारा फैलता है.

चारकोल रोट रोग मेक्रोफेमिना फेसिएली कवक द्वारा होता है.

सफेद सूंडी का प्रकोप मूंगफली की जड़ों पर होता है.

इस कीट का प्रकोप अधिकतर जुलाई से सितंबर तक होता है.

इसकी रोकथाम के लिए 20 किग्रा हेप्टाक्लोर खेत में मिला देना चाहिए.

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