आइये जाने बकरी की जखराना नस्ल के बारे में ? 

राजस्थान के अलावर जिला स्थित जखराना क्षेत्र में यह बकरी की नस्ल पायी जाती है. 

यह नस्ल भारत के गरीब किसानों के लिए बहु उपयोगी है. 

यह भारत एवं राजस्थान राज्य के अर्धशुष्क भागों की एक महत्वपूर्ण डेयरी बकरी की नस्ल है. 

यह बड़े आकार की बकरी है जिसकी त्वचा का रंग काला होता है. परन्तु कानों एवं जबड़ों पर सफ़ेद धब्बे होते है. 

यह बड़े आकार की बकरी है जिसकी त्वचा का रंग काला होता है. परन्तु कानों एवं जबड़ों पर सफ़ेद धब्बे होते है. 

इस नस्ल की बकरी का चेहरा सपाट तथा कान लम्बे, लटके एवं बिना मुड़े हुए होते है. 

इस नस्ल की बकरी का चेहरा सपाट तथा कान लम्बे, लटके एवं बिना मुड़े हुए होते है. 

इनके सींग मोटे एवं मजबूत होते है. इसका मुंह पतला एवं सर उभरा हुआ होता है. 

यह बीटल नस्ल की बकरी से मिलती जुलती है. लेकिन इस नस्ल की बकरियां कुछ ऊँचे कद की होती है. 

इस नस्ल की बकरियां दूध एवं मांस दोनों के उत्पादन में अव्वल मानी जाती है. 

जखराना बकरियां ज्यादातर दूध के लिए पाली जाती है. जबकि नर बकरे मांस के लिए बेच दिए जाते है. 

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