नींबू की खेती (Lemon Farming) भारत में प्रमुख रूप से की जाती है. बाजार में इसकी अधिक मांग रहती है
नींबू अपने खट्टे स्वाद और विटामिन सी की प्रचुरता के कारण काफी पसंद किया जाता है. इसके उपयोग से पेट, त्वचा, एसिडिटी, स्कर्वी, पित्त एवं कफ आदि रोगों में लाभ मिलता है
नींबू रूटेसी (Rutaceae) कुल का सदस्य है यह नींबू वर्गीय फलों में से एक है
नींबू उष्ण एव उपोष्ण जलवायु में उगाया जाने वाला एक प्रमुख फल है.इसके अच्छे फलन के लिए 10 से 15 डिग्री सेल्सियस तक तापक्रम उपयुक्त होता है
नींबू की खेती के लिए ऐसी भूमि होनी चाहिए जिसमें जल-जमाव नही होता हो और मिट्टी बलुवार दोमट या मटियार दोमट होनी चाहिए.
उत्तर भारत के लिए पहले साल में खाद एवं उर्वरक की मात्रा कम्पोस्ट 5 किलोग्राम नत्रजन 75 ग्राम, स्फूर 40 ग्राम एवं पोटाश 75 ग्राम डालनी चाहिए
संतरा की प्रमुख किस्मों में कूर्ग, नागपुर, खासी, किन्नो आदि है