सोयाबीन की खेती के लिए भूमि

सोयाबीन  की खेती के लिए दोमट भूमि सबसे उपयुक्त होती है

भूमि से जल निकास की उचित व्यवस्था होनी चाहिए

इसके अलावा भूमि में जैविक कार्बन की प्रचुरता भी होनी चाहिए.

भूमि का पीएच मान 7.0 के आसपास होना उपयुक्त होता है

भूमि में लवणों का संग्रहण अधिक नहीं होना चाहिए.

यदि भूमि का पीएच मान 7.5 से अधिक हो तो सोयाबीन की खेती ने समस्याएं आती हैं

ऐसी अवस्था में पीएच मान घटाने वाली क्रियाएं प्रायः अनार्थिक होती हैं

इस प्रकार की क्षारीय भूमि में लोहा, मैग्नीज, तांबा, बोरान जस्ता तथा फास्फोरस की सुलभता कम हो जाती है

यदि मृदा का पीएच मान 7 से कम हो तो चूना डालकर इस को 6-6.5 अवश्य कर लेना चाहिए

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