रेशे वाली फसलों में जूट का देश में महत्वपूर्ण स्थान है.इसको नगदी फसल के रूप में उगाया जाता है

जूट का उपयोग टाट का कपड़ा, बोरा, पैकिंग सामग्री, आदि बनाने में किया जाता है.

प्रारम्भिक दिनों से ही जूट की खेती  भारत में की जाती है.जूट का पहला निर्यात यूरोप में 1828 में हुआ था

विश्व के लगभग 70 प्रतिशत जूट का उत्पादन भारत और बांग्लादेश में होता है

जूट को प्रायः सभी प्रकार की मिट्टी-चिकनी से बलुई दोमट तक में उगाया जा सकता है

जहाँ का ताप मान 27 से 37 डिग्री सेल्सियस रहता हो, जूट की खेती  के लिए उपयुक्त है