एंग्लो-नूवियन बकरी की नस्ल की रोचक जानकारी 

यह एक ब्रिटिश नस्ल की बकरी है. 

जो उन्नीसवीं शताब्दी में देशी ब्रिटिश बकरियों एवं भारत के जमुनापारी तथा टोगेनवर्ग बकरे के संकरण से विक्सित की गयी थी.

इस नस्ल का रंग काला, लाल, भूरे के साथ शरीर पर उजले धब्बे पाए जाते है. 

गर्म क्षेत्रों में पालने के लिए यह एक उपयुक्त प्रजाति है. 

इस नस्ल की बकरियों को मांस एवं दूध दोनों के लिए पाला जाता है. 

इस नस्ल के थन विकसित तथा लटके हुए होते है. 

इस नस्ल के कान लम्बे, चौड़े एवं लटके हुए होते है.तथा चेहरा रोमन होता है. 

इसका वयस्क नर वजन लगभग 80 किलोग्राम एवं मादा का वजन 65 किलोग्राम तक होता है. 

इस नस्ल की बकरी प्रतिदिन औसतन 1 से 2 किलोग्राम दूध देती है. जिसमें वसा लगभग 5 % पाया जाता है. 

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