थारपारकर गाय के बारे में रोचक जानकारी 

इस नस्ल की गाय का नाम राजस्थान राज्य में स्थित थार मरुस्थल के नाम पर रखा गया है. 

इस नस्ल की गाय को सफ़ेद सिन्धी, भूरी सिन्धी या थारी भी कहा जाता है. 

क्योकि इस नस्ल की उत्पत्ति सिंध से हुई थी, जो अब पकिस्तान में है. 

वर्तमान में इस नस्ल की गाय गुजरात राज्य के कच्छ और बारमेर में एवं राजस्थान के जैसलमेर और जोधपुर में पायी जाती है. 

यह गठीले शरीर, लम्बा चेहरा मध्यम आकार के लम्बे काले गुच्छों से युक्त पूछ एवं बड़े कान और लटकने वाले होते है. 

इसके सींग काफी लम्बे होते है. 

इसका औसतन वजन 400 किलोग्राम होता है. 

यह नस्ल 3.5 से 4 साल में पहली बार बच्चा देती है. 

यह प्रति ब्यात लगभग 1300-2200 लीटर देने की क्षमता रखती है. 

इसे दुकाजी नस्ल भी कहा जाता है. 

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