चुकंदर की फसल चक्र के अंतिम दिनों में सिंचाई का महत्व 

इस अवधि में पानी की उपलब्ध मात्रा का चुकंदर की गुणवत्ता पर विशेष प्रभाव पड़ता है. 

इस लिए यह सिंचाई अत्यंत सावधानी पूर्वक करनी चाहिए. 

यदि जड़ों की खुदाई सूखी भूमि में असंभव न हो तो खुदाई से 3 से 4 सप्ताह पूर्व अंतिम सिंचाई देनी चाहिए.

इसलिए यदि जड़ों की खुदाई के लिए भूमि में कुछ नमी आवश्यक हो. तो अंतिम सिंचाई 10 से 12 दिन पहले देनी चाहिए. 

जड़ों की खुदाई और अंतिम सिंचाई में अनुमोदित अंतराल का समय कम होने की स्थिति में जड़ों में शर्करा की मात्रा तथा रस की शुध्दता कम हो जाती है. 

जड़ों के साथ चिपकी मिट्टी अत्यधिक होती है. जिससे अंततः कई प्रकार की कठनाईयां निश्चित है. 

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