आडू की खेती में प्रवर्धन कैसे करे
आडू के व्यावसायिक रूप से प्रवर्धन वर्ग कलिकायन या छल्ला कलिकायन विधि द्वारा किया जाता है.
आडू में ग्राफ्टिंग फरवरी माह में किया जाता है.
आडू के बीज को बोने से पहले उसको एक निश्चित ताप पर पकाते है.इस क्रिया को स्तरीयकरण कहते है.
मैदानी क्षेत्रों में आडू में चश्मा चढाने का काम अप्रैल महीने में करते है.
आडू के पौधे,आलूचे, खुबानी और बादाम के मूलवृंत पर उगाने की प्रथा है.
आडू व बादाम के संकर पौधे क्षारीय मृदाओं में मूलवृन्तों के लिए उपयुक्त पाए जाते है.
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