मक्का की खेती में खाद एवं उर्वरक कितनी मात्रा में डाले
मक्का के खेत में फ़ॉस्फोरस तथा पोटाश की पूरक मात्रा प्लेसमेन्ट विधि से देनी चाहिए.
नाइट्रोजन उर्वरक का एक तिहाई भाग बुवाई के समय, एक तिहाई भाग बुवाई के 30 से 40 दिन बाद व शेष एक-तिहाई भाग नर मंजरी अवस्था में देते है.
संकर तथा संकुल किस्मों के लिए नाइट्रोजन 100 से 120 किग्रा०, फोस्फोरस 50 से 60 किग्रा० तथा पोटाश 40 से 50 किग्रा० प्रति हेक्टेयर की दर से देते है.
देशी व क्षेत्रीय जातियों के लिए नाइट्रोजन 60 से 80 किग्रा०, फास्फोरस 30 से 40 किग्रा० तथा पोटाश 30 से 40 किग्रा० प्रति हेक्टेयर की दर से देते है
मक्का में जिंक की कमी से सफ़ेद कली रोग होता है.
मक्का में नरमंजरी आते समय, दाने बनने की दर से दूधिया होते समय अगर सिंचाई नही की, तो उपज में 20% तक की कमी आ जाती है.
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