मक्का का पर्ण अंगमारी रोग हेल्मिन्थोस्पोरियम टर्सीकम कवक द्वारा होता है. इस रोग के नियंत्रण के लिए रोग रोधी किस्में जैसे - गंगा-2, गंगा-5, विजय, दक्कन अदि को बोना चाहिए.
मक्का का डंठल विगलन रोग मुख्यतया अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में होता है. इससे मक्का की फसल को अधिक हानि होती है.
मक्का का चारकोल विगलन रोल की रोकथाम के लिए फसल में फूल आते समय भूमि में नमी की कमी नही होने देनी चाहिए.
मक्का में तना बेधक, गुलाबी तना बेधक, शूट फ्लाई, लीफ रोलर, आर्मी कीट, खरीफ ग्रास होपर आदि कीट हानि पहुचातें है
सफ़ेद ग्रब मक्का का भयंकर कीट है. यह पूरी फसल को नष्ट कर देता है. इसकी रोकथाम के लिए फ्यूराडॉन - 3g की 30 किग्रा० मात्रा बुवाई के पहले खेत में मिला देनी चाहिए.
मक्का में गुलाबी कीट की लार्वा अवस्था काफी हानि पहुंचती है.जिससे पौधे में डेड हर्ट बन जाता है.