Gharauni Yojana के तहत ग्रामीणों को मकान का स्वामित्व पत्र
देश की सरकार की तरफ से डिजिटल इण्डिया का सफ्ना साकार करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए कई योजनाओं को डिजिटली बढ़ावा भी दिया जा रहा है. जिससे हर क्षेत्र में डिजिटल सिस्टम को बढ़ावा मिल सके. कृषि के क्षेत्र में भी सरकार डिजिटलाजेशन किया जा रहा है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घरौनी योजना के प्रमाण-पत्र भी डिजिटल रूप से वितरित किए जा रहे हैं.
दरअसल, राज्य के निर्धन व ग्रामीणों को उनकी जमीन का मालिकाना हक के लिए घरौनी प्रमाण पत्र मुहिम शुरू की है. बता दें कि सरकार की इस योजना के तहत यह सभी प्रमाण पत्र पूरी तरह से डिजिटल होंगे. जिन्हें नागरिक सरकारी पोर्टल से आसानी से डाउनलोड कर पाएंगे.
आखिर घरौनी योजना है क्या ?
घरौनी योजना को भारत सरकार के द्वारा साल 2020 में 24 अप्रैल के दिन शुरू किया गया था. जिसके तहत तहत लोगों को उनके आवास का मालिकाना हक प्रदान किया गया है. इस योजना के तहत हर मकान का यूनिक आईडी नंबर दर्ज होगा. यह आईडी नंबर 13 अंकों का होगा. इसमें पहले छह अंक गांव के कोड को दर्शाएंगे. वहीं अगले पांच अंक आबादी के प्लॉट नंबर को दर्शाएंगे एवं आखिरी के दो अंक उसके संभावित विभाजन को दर्शाएंगे. इस यूनिक आईडी को प्राप्त करके ग्रामीण अपने मकान का मालिकाना हक प्राप्त कर सकते हैं.
25 जून, 2022 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश के गाँवों में रहने वाले लगभग 2.5 करोड़ लोगों को अक्टूबर 2023 तक घरौनी प्रमाण-पत्र प्रदान किये जाएंगे.इस योजना के तहत आपको बकायदा प्रमाण-पत्र दिया जाएगा जो यह बताएगा कि अमुक मकान आपका है और आप ही इसके असली हकदार या मालिक है.
अगर सरल भाषा में कहा जाए तो जिस तरह के किसान भाइय़ों के खेत का लेखा जोखा खतौनी होती है. ठीक उसी तरह के घरों की भी लेखा जोखा की घरौनी होती है. इसके लिए इस योजना से डिजिटल तरीके से प्रमाण पत्र भी उपलब्ध होता है.
घरौनी प्रमाण पत्र के लाभ
घरौनी प्रमाण पत्र के ढेर सारे लाभ है. इसमें ग्रामीणों के जमीनों पर उनका मालिकाना हक मिल जायेगा। घरौनी प्रमाण पत्र से ग्रामीण अपने जमीनों पर लोन भी ले सकते हैं. भूमि पर होने वाले अवैध कब्जे और भूमाफियों पर रोक लगेगी. ग्रामीणों की जमीन का पूरा डाटा सरकार के पास पोर्टल पर मौजूद रहेगा। जिससे जमीन की जानकारी घर बैठे पोर्टल पर देख सकेगे. घरौनी प्रमाण पत्र से संपत्ति विवादो में काफी कमी देखने को मिल सकती है. जब खुद के जमीन का कागज होगा तो ऐसे में ग्रामीण आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनेंगे.
घरौनी प्रमाण-पत्र या घरौनी कार्ड के लिए आवेदन कैसे करे
प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना या घरौनी योजना के तहत आपको अपने जमीन का मालिकाना हक का कागज प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन इस प्रकार करना होगा –
- सबसे पहले आपको स्वामित्व योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा.
- अब यहां न्यू रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करना होगा.
- ऐसा करते ही आपके सामने एक फॉर्म खुल जाएगा। अब इसमें मांगी गई सभी जानकारी आपको भरकर सबमिट करनी होगी.
- इस तरह आपका इस योजना में रजिस्ट्रेशन का काम पूरा हो जाएगा.
- इसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन से संबंधित जानकारी एसएमएस के माध्यम से या ईमेल के जरिए दी जाएगी.
इस तरह डाउनलोड करें घरौनी प्रमाण-पत्र
ग्रामीण नागरिक अपने भूमि का घरौनी प्रमाण पत्र आसानी से ऑनलाइन डाउनलोड कर सकता है. लेकिन प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना या घरौनी योजना के अंतर्गत घरौनी प्रमाण पत्र डाउनलोड करने लिए आपको सरकार के SMS की प्रतीक्षा करनी होगी. घरौनी प्रमाण पत्र डाउनलोड, ग्रामीण तभी कर पाएंगे जब उनके मोबाइल में सरकार की तरफ से एक SMS भेजा जाएगा.जैसे ही सरकार के द्वारा आपके मोबाइल कोई SMS आता है तो आपको सबसे पहले उस SMS को पूरी अच्छी तरह पढ़ना होगा. फिर उसके बाद उसी SMS में एक लिंक भी दी गई होगी. जिसे ओपन कर के आप अपने संपति का प्रॉपर्टी कार्ड या घरौनी प्रमाण पत्र डाउनलोड आसानी से कर सकेगे.