22 हजार किसानों द्वारा एक करोड़ 20 लाख पौधे लगाने के अभियान का किया गया शुभारंभ, साथ ही किसानों का किया जायेगा दुर्घटना बीमा

0
accident insurance farmers
वर्ष 2030 तक लगाए जाएँगे 50 करोड़ पौधे

वर्ष 2030 तक लगाए जाएँगे 50 करोड़ पौधे

जिस तरह से दुनिया में जलवायु परिवर्तन हुआ है. उससे सभी लोग काफी चिंतित है. ग्लोबल वार्मिंग का असर अब धीरे-धीरे हमारी खेती की फसलों पर भी दिखाना शुरू हो गया है. जिसका सबसे प्रमुख कारण है पेड़ों की संख्या का कम होना. इसीलिए सरकारों द्वारा इसके प्रभाव को कम करने के लिए वृहद वृक्षारोपण की योजनायें चलाई जा रही है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश की राज्य सरकार द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर 1 करोड़ 20 लाख पौधे लगाने का अभियान आरंभ किया है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निवास कार्यालय से विश्व पर्यावरण दिवस पर नर्मदापुरम जिले के सिवनीमालवा के आवली घाट में रुपई एग्रो फाउंडेशन प्राइवेट लिमिटेड के विशाल कृषक एवं नर्मदा संरक्षण संकल्प अभियान का वर्चुअल शुभारंभ किया.

इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है. प्रकृति के साथ खिलवाड़ घातक है. हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को जीने लायक बनाए रखने के लिए हम सबको व्यक्तिगत स्तर पर पर्यावरण-संरक्षण की दिशा में कार्य करना होगा. अपने जन्म-दिन, वैवाहिक वर्षगाँठ, परिजन की स्मृति तथा जीवन की अन्य उपलब्धियों पर पौधे लगा कर और उनकी देख-रेख की जिम्मेदारी लेकर प्रकृति को हरा-भरा बनाए रखने में अपना योगदान दे सकते हैं. किसान भाई धरती पुत्र हैं, धरती को बचाने की सबसे अधिक जिम्मेदारी उन पर है.

यह भी पढ़े : बिना ब्याज Loan लेने वाले किसानों के लिए खुशखबरी, सहकारी बैंक से मिलता रहेगा डेढ़ लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण

22 हजार किसानों द्वारा अपने खेतों में पौध-रोपण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पौध-रोपण के इस अभियान से जुड़ी संस्थाओं और 22 हजार किसानों का यह प्रयास अभिनंदनीय हैं. मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रूपई एग्री फॉरेस्ट के संचालक श्री गौरीशंकर मुकाती की “तुम मुझे मेढ़ दो-मैं तुम्हें पेड़ दूँगा” की पहल की सराहना कर उन्हें ‘पेड़ बाबा’ की उपाधि दी. उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति के शोषण नहीं दोहन का दृष्टिकोण अपनाना होगा। मुख्यमंत्री ने दैनिक अनोखा तीर समाचार-पत्र के विशेषांक “तपती धरती” का विमोचन भी किया. उल्लेखनीय है कि माखन नगर, इटारसी, डोलरिया, नर्मदापुरम, सीहोर, रेहटी और भैरूंदा के 22 हजार किसानों द्वारा अपने खेतों में अभियान चला कर पौध-रोपण किया जाएगा.

यह भी पढ़े : कीड़ा जड़ी मशरूम की खेती : किसान कमा सकते है लाखों, क्योकि 2 लाख रुपये किलों बिकता है यह मशरूम

दुर्घटना बीमा से सुरक्षित होंगे वृक्षारोपित किसान 

राज्य के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने पौधरोपण के इस अभियान से जुड़े प्रेरक किसानों को जैविक मूंग वितरित कर सम्मानित किया और दुर्घटना बीमा भी प्रदान किया. मंत्री श्री पटेल ने पौध-रोपण कर सभी को पर्यावरण-संरक्षण के लिए प्रेरित किया.

श्री मुकाती ने बताया कि वर्ष 2030 तक 50 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प है. इस कार्य में जुड़े सभी किसानों को दुर्घटना बीमा भी प्रदान किया जाएगा.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here