Palash Flower cultivation : इस फूल के पेड़ की खेती करके फूल से लेकर छाल तक बेचकर अगले 30 सालों तक मुनाफा कमाए जबरदस्त

0
Palash Flower cultivation
पलाश फूल की खेती की जानकारी 

पलाश फूल की खेती की जानकारी 

देश के किसान अलग-अलग तरह की खेती करके अच्छा मुनाफा कमाते हैं इसी अलग तरह की खेती में पिछले कुछ वर्षों में किसान भाई कुछ विशेष प्रकार के फूलों की खेती कर बढ़िया आमदनी हासिल कर रहे हैं.

इसी कड़ी में किसान भाई पलाश के फूलों (Palash Flower cultivation) की खेती कर  कर रहे हैं. वैसे पलाश का फूल अपनी खूबसूरती के लिए विशेष पहचान रखता है. भारतीय त्योहार होली मे इससे बनाए गए रंगों का इस्तेमाल खूब किया जाता है. पलाश के पौधे में फूल से लेकर छाल तक सभी चीजें उपयोगी होती हैं. इसीलिए बाजार में इसकी अच्छी कीमत रहती है. इसी कारण किसान भाई पलाश के फूलों की खेती कर बढ़िया आमदनी कमा रहे हैं. तो आइए जानते हैं पलाश के फूलों की खेती (Palash Flower farming tips) की पूरी जानकारी–

यह भी पढ़े : सितंबर के महीने में फल बागों में करें यह कार्य मिलेगी अधिक उपज

पलाश का फूल का इस राज्य में है विशेष दर्जा

पलाश का फूल देश के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. इसको परसा, ढांक, टेसू, किशक, सुपका, ब्रह्मा, वृक्ष और फ्लेम आफ फॉरेस्ट आदि नामों से भी पुकारा जाता है. इसको उत्तर प्रदेश राज्य का राजकीय फूल घोषित किया गया है. पलाश के फूल के वृक्ष का हर हिस्सा काफी कीमती होता है.

देश के इन क्षेत्रों में होती है खेती

देश के ज्यादातर राज्यों में पलाश की खेती की जाती है. इनमें से प्रमुख रूप से झारखंड, दक्षिण भारत के राज्यों, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश आदि राज्यों में की जाती है.

पलाश के पत्ते, छाल, जड़ और लकड़ी सभी का इस्तेमाल कई तरह के जैविक उत्पादो को बनाने में किया जाता है. पलाश का उपयोग चूर्ण और तेल बनाने में भी किया जाता है. जिसका बाजार में अच्छा मूल्य प्राप्त होता है. पलाश का पेड़ एक बार लगाने से यह 30 साल तक अच्छी उपज देता रहता है.

पलाश के फूल के मिलने वाले लाभ

पलाश के फूल से कई सारे फायदे मिलते हैं आयुर्वेद के अनुसार अगर नाक, कान, मल-मूत्र या किसी अन्य जगह से रक्तस्राव हो, तो  पलाश की छाल का 50 मिली काढ़ा बनाएं और इसे ठंडा करके मिश्री के साथ मिलाकर पीने से काफी फायदा पहुंचता है.

इसके अलावा पलाश के गोंद को 1 से 3 ग्राम मिश्री में मिलाकर दूध या आंवले के रस के साथ पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं. तथा गोंद को गरम पानी के साथ घोलकर पीने से दस्त भी दूर हो जाते हैं.

यह भी पढ़े : केले की खेती को इस तकनीक से करने पर बिहार सरकार देगी अनुदान, जानिए पूरी खबर

30 सालों तक कमाएं मुनाफा

किसान भाई पलाश की खेती छोटे या बड़े स्तर पर कर कर 30 सालों तक अच्छी आमदनी कमा सकते हैं. इसके अलावा पलाश के पौधों के साथ अंतवर्तीय खेती करके अतिरिक्त कमाई भी की जा सकती है. पलाश के के लिए 1 एकड़ में 32 सौ पौधे लगाए जा सकते हैं. जो लगभग 3 से 4 साल में उपज देने लायक हो जाते हैं. पौधों को खरीदने के लिए किसी अच्छी व प्रमाणित पौधशाला से ही इनकी खरीद करें.

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here