NEW MUSTARD VARIETY 2023 | सरसों की नई किस्म से किसानों को अधिक उपज
NEW MUSTARD VARIETY 2023 : रबी के इस मौसम में देश के अधिकतर किसान तिलहनी फसलों की बुवाई करते है. ख़ासकर सरसों की खेती मुख्य रूप से की जाती है. सरसों की बुवाई करते समय किसानों को सबसे अधिक ध्यान उन्नत एवं अधिक उपज वाली किस्मों की तरफ होता है. इसलिए देश के कृषि वैज्ञानिको द्वारा समय-समय पर नई किस्मों को विकसित करते रहते है. जिससे किसान भाई अधिक उपज प्राप्त कर सके. इसी कड़ी में हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कृषि वैज्ञानिकों ने सरसों की नई किस्म आरएच-1975 (RH-1975) को विकसित किया गया है.
सरसों की इस नई किस्म की खासियत यह है कि सरसों की यह किस्म किसानों के लिए सिंचित क्षेत्रों में समय पर बुआई के लिए एकदम उपयुक्त पायी गयी है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार यह मौजूदा किस्म आरएच-749 (RH-749) से लगभग 12 प्रतिशत अधिक उपज देने में समर्थ है. इसलिए गाँव किसान आज अपने इस लेख के जरिये सरसों की नई किस्म आरएच-1975 (RH-1975) New Mustard Variety 2023 के बारे में पूरी जानकारी आप सभी को देगा. तो जानकारी के लिए पूरा लेख पढ़े –
कृषि वैज्ञानिको की 10 साल मेहनत का नतीजा है नई किस्म
सरसों की यह नई किस्म कृषि वैज्ञानिको के 10 साल की मेहनत का नतीजा है. हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा साल 2013 में सरसों की RH-749 किस्म को विकसित किया गया था. वही अब दस साल बाद कृषि वैज्ञानिकों अकथ प्रयास के बदौलत सिंचित क्षेत्रों के लिए उत्तम किस्म RH-1975 की खोज हुई है. इसके अलावा इस किस्म की ख़ास बात यह है कि अन्य किस्मो की अपेक्षा यह किस्म 12 प्रतिशत तक अधिक उपज देने में समर्थ है. जिससे किसानों को अधिक लाभ मिल पायेगा.
यह भी पढ़े : गेहूं की इन उन्नत किस्मों पर दिया जायेगा 50 प्रतिशत तक का अनुदान, यहाँ के किसानों को मिलेगा लाभ
सिंचित क्षेत्रों के लिए उपयोगी है ये किस्म (RH-1975) New Mustard Variety 2023
इस सरसों की नई किस्म के बारे में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज द्वारा जानकारी दी गयी कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उपमहानिदेशक (फसल) डॉ. टीआर शर्मा ने RH- 1975 किस्म को सिंचित परिस्थिति में समय पर बिजाई के लिए चिन्हित किया है. यह पर आपको जानकारी देते चले कि सरसों की यह नई किस्म RH- 1975 किस्म हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू व उत्तरी राजस्थान के सिंचित क्षेत्रों के लिए एक उपयोगी किस्म साबित होगी. वही यह किस्म अगले वर्ष तक किसानों को बुवाई के लिए उपलब्ध हो जाएगी.
सरसों की नई किस्म की पैदावार (RH-1975) New Mustard Variety 2023
कृषि वैज्ञानिको के अनुसार सरसों की इस नई किस्म RH-1975 का औसत उत्पादन 11-12 क्विंटल प्रति एकड़ तक है. वही इसमें तेल की मात्रा लगभग 40 प्रतिशत तक पायी जाती है. इससे यह साबित होता है कि आने वाले समय में किसान भाई जब इस किस्म की बुवाई करेगें तो उन्हें यह किस्म मुनाफे का सौदा साबित होगी. जिससे उनकी आय में इजाफा होगा.
सरसों की अन्य किस्में भी की गयी है विकसित
सरसों की इस नई किस्म RH- 1975 के अलावा अन्य नई सरसों की किस्मों को भी विकसित किया गया है इस बात की जानकारी भारतीय कृषि अनुसंधान के निदेशक डॉ. जीतराम शर्मा ने दी. उनके अनुसार RH- 1975 किस्म विकसित करने वाली टीम ने साल 2022 भी सरसों की दो किस्में RH- 1424 व RH- 1706 को भी विकसित किया है. सरसों की इन किस्मों से भी किसानों को अधिक उपज मिलेगी.
यह भी पढ़े : अब पशुओं का 24 घंटे हो सकेगा इलाज, शुरू किया गया पशु अस्पताल
सरसों का सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान केंद्र है यह
देश में सरसों अनुसन्धान केन्द्रों की बात की जाय तो हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) उनमे से एक है. इस अन्संधन केंद्र द्वारा वर्ष 2018 में विकसित की गई किस्म RH- 725 को किसानों द्वारा खूब पसंद किया गया. इस किस्म को हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के किसानों द्वारा बुवाई कर बढ़िया उपज ली जाती है. वही इस किस्म की उपज 10 से 12 कुंतल प्रति एकड़ तक है.