संजीवक बनाने की विधि और लाभ
संजीवक पूरी तरह से एक जैविक उत्पाद है. यह मिट्टी में माइक्रो बिलियन गतिविधियों को बढ़ाने में सहायक होता है. जिससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ जाती है. यह एक प्राचीन एवं स्वदेशी वैज्ञानिक पद्धति है. जिससे किसानों की फसलों को अच्छा लाभ मिल पाता है. जिससे उनकी उपज भी बढ़ती है. और उन्हें अच्छा लाभ मिल पाता है.
इस उपयोगी जैविक खाद (Organic Manure) को किसान भाई आसानी से तैयार कर उपयोग में ला सकते हैं. किसान इसका उपयोग कर जैविक खाद्य पदार्थ (Organic Food) उगा सकते हैं. जो कि मानव सेहत के लिए काफी अच्छा होगा. इसके अलावा किसान भाई इससे प्रकृति से भी जुड़ सकेंगे. तो आइए जानते हैं संजीवक बनाने की विधि और उससे मिलने वाले लाभ के बारे में पूरी जानकारी-
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संजीवक से मिलने वाले लाभ
संजीवक से मिलने वाले लाभ जीवामृत या अपशिष्ट डी कंपोजर के ही समान होते हैं. परंतु यह जैविक कीटनाशक के रूप में काम नहीं करता है. संजीवक केवल भूमि माइक्रो विलियम गतिविधि को बढ़ा देता है. यह रोगाणु अपशिष्ट पदार्थ को विघटित कर में में सहायता करते हैं. जिसके कारण भूमि की उर्वरता बढ़ जाती है. किसान भाई भूमि की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इसका उपयोग भूमि में बीज बोने से पहले या बाद में कर सकते हैं. आइए जानते हैं इसमें उपयोग होने वाली सामग्री और उर्वरक को तैयार करने की पूरी विधि क्या है.
संजीवक के लिए सामग्री
- गाय के गोबर का घोल 4 किग्रा
- ताजा गाय का गोबर 1 किग्रा
- गोमूत्र 3 लीटर
- गाय का दूध 2 लीटर
- दही 2 लीटर
- गाय का घी 1 किग्रा
संजीवक बनाने की विधि
संजीवक बनाने के लिए सभी चीजों को आपस में मिलाकर एक प्लास्टिक के ड्रम में घोलकर लकड़ी के डंडे की सहायता से मिला देते हैं. मिलाए गए इस घोल को 10 दिनों तक छाया में रख देना चाहिए. संतूषण को रोकने के लिए उद्घाटन को किसी कपड़े का ढक्कन से ढक कर रखें. 10 दिनों बाद इस घोल को खेती या बागवानी में आप उपयोग कर सकते हैं.
किसान भाई इस बात का ध्यान दे अगर उन्हें गाय का गोबर ना मिले, तो वह तो वह भैंस का गोबर उपयोग में ले सकते हैं. लेकिन गाय का गोबर अधिक उपयोगी होता है. तैयार घोल को 10 से 15 दिनों तक इस्तेमाल के लिए रखा जा सकता है.
संजीवक का उपयोग
संजीवक का उपयोग पहले वर्ष में 1000 लीटर प्रति एकड़, दूसरे वर्ष 800 लीटर प्रति एकड़, तीसरे वर्ष 600 लीटर प्रति एकड़ उपयोग करना चाहिए. इसके अलावा प्रति एकड़ 3 टन साडी गोबर की खाद प्रत्येक 3 वर्ष में एक बार उपयोग करने से फसलों पर अब बहुत अच्छा परिणाम मिलता है.
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संजीवक के छिड़काव की संख्या
- पहला छिड़काव बीज बोने से पहले करना चाहिए.
- दूसरा छूट का बीज बोने के 20 दिन बाद करना चाहिए.
- तीसरा स्पॉट बीज बोने के 45 दिन बाद करना चाहिए.
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