अगर 15 जून से पहले की धान रोपाई, तो किसानों को पड़ेगा 10 हजार का जुर्माना, जानिए किस राज्य की है यह खबर

0
paddy transplanting ban
15 जून से पहले धान की रोपाई पर रोक

15 जून से पहले धान की रोपाई पर रोक 

साल दर साल हमारे देश के भू-जल स्तर में कमी भारी कमी आती जा रही है. जिसको लेकर सरकारे काफी चिंतित है. इसके लिए समय-समय पर सरकारों द्वारा कड़े कदम भी उठायें जाते है. इसी कड़ी में हरियाणा सरकार द्वारा भूजल स्तर को ठीक रखने के लिए कुछ कड़े कदम उठाये है.

इसके लिए राज्य सरकार द्वारा राज्य में 15 जून से पहले धान की रोपाई करने वाले किसान पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है. इसके लिए जुर्माने का प्राविधान पारित किया है. क्योकि राज्य सरकार प्रदेश में गिरते भूजल स्तर को सुधारने के लिए धान का रकबा घटाने के लिए प्रयासरत है. इसके लिए अन्य फसलो की खेती करने पर किसानों को प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है. इसके अलावा किसानों को सिंचाई के लिए ड्रिप विधि अपनाने की सलाह दी जा रही है.

यह भी पढ़े : राज्य की महिलाओं को 1000 रुपए की राशि, योजना के तहत पहली किस्त आज दी जाएगी

किसानों पर 10 हजार का जुर्माना 

यदि राज्य का कोई किसान 15 जून से पहले धान की रोपाई करना किसानों को महंगा पड़ सकता है. सरकार ने 15 जून से पहले धान की रोपाई को लेकर किसानों को चेतावनी दी है. अगर कोई किसान इस आदेश का उल्लंघन करते पाया जाता है तो उसे 10 हजार रुपये जुर्माना भरना पड़ सकता है. इसके अलावा ग्राम सचिव, पटवारी और कृषि विभाग की संयुक्त टीम खेत में जाएगी और खेत में लगी धान की फसल को नष्ट कर देगी.

पानी बचाने के लिए राज्य सरकार के कई तरह के विकल्प

राज्य सरकार पानी की बचत को लेकर काफी सख्त होती जा रही है. राज्य में पानी बचाने के लिए राज्य सरकार कई तरह के विकल्पों को अपना रही है. धान की जगह अन्य फसलों की बुवाई पर 7 हजार रुपये प्रति एकड़ मिल रहे हैं. वहीं सीधी बुवाई पर भी किसानों को प्रति एकड़ 4 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है. इसके अलावा राज्य में समय से पहले धान की रोपाई करने वाले किसानों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है.

यह भी पढ़े : मछली पालन आखिर क्यों करे किसान ? आइये जाने मछली पालने के फायदे और करने के तरीके के बारे में

माना जायेगा इस एक्ट का उल्लंघन

राज्य में 15 जून से पहले राज्य में धान की रोपाई करना प्रिजर्वेशन ऑफ सॉयल वाटर एक्ट 2009 का उल्लंघन माना जाएगा. इस एक्ट का उल्लंघन करने पर सजा और जुर्माना दोनों का प्रावधान है.अगर किसान को सजा और जुर्माने से बचना है तो 15 जुलाई से पहले धान की रोपाई करने से बचें.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here