गिर गाय से बढ़ेगी किसानों की आय
गुजरात की गिर गाय (gir gay) अपने दूध देने की क्षमता और गुणवत्ता के लिएकाफी मशहूर है. लेकिन अब गिर गाय देश के विभिन्न क्षेत्रों में इसका पालन पोषण शुरू हो गया है.
देश के अलग-अलग क्षेत्रों में इसके दूध और घी की काफी अच्छी कीमत मिलती है. क्योंकि इसके शरीर से पोषण तत्वों से भरपूर A2 किस्म का दूध निकलता है. देश के शहरों में इसके दूध की कीमत लगभग ₹150 किलो तक है. वही इसके घी की कीमत लगभग ₹4000 प्रति किलो तक है.
गिर गाय के दूध और भी की बाजार में काफी मांग रहती है. क्योंकि इसकी बेहतर गुणवत्ता और पोषक तत्वों के कारण लोग इसे खरीदते हैं. इसीलिए बाजार में इसकी कीमत महंगी रहती है. इसके अलावा देश में गिर गाय (Gir cow in india) के लक्ष्य को बढ़ावा देने की भी कोशिश सरकारों द्वारा लगातार की जा रही है.
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गिर गाय की कीमत
गिर गाय के दूध और घी के कारण पशुपालक किसान भाइयों की आय में काफी बढ़ोतरी हो रही है. लेकिन फिर भी देश के विभिन्न क्षेत्रों में बहुत कम किसानों के पास ऐसी गाय उपलब्ध है. अगर किसान भाई गिर गाय खरीदना चाहते हैं. तो उन्हें गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों में यह गाय ₹50,000 से ₹60,000 तक की कीमत में आराम से मिल जाती है. वहीं इसकी बछिया ₹30,000 से ₹35,000 में मिल जाती है.
पशुपालक किसानों की आय में होगी बढ़ोतरी
पशुपालन विशेषज्ञों के अनुसार गिर गाय की दूध देने की अवधि करीब करीब 300 दिन से अधिक की होती है. इस तरह इसकी एक ब्यान में लगभग 2000 लीटर से अधिक दूध दे देती है. ब्यान के शुरुआती दिनों में प्रतिदिन 7 से 8 लीटर दूध तक देती है. जबकि कुछ समय गुजरने के बाद यह प्रतिदिन 12 से 15 लीटर दूध तक आराम से देती है. अन्य नस्ल की गाय से इसकी तुलना की जाए, तो यह काफी फायदेमंद साबित हो सकती है. और किसान भाई इसे पाल कर अपनी आय में काफी बढ़ोतरी कर सकते हैं.
देश में बढ़ रही है गिर गाय की लोकप्रियता
गिर गाय देश के गुजरात की पाई जाने वाली गाय है. लेकिन अब इसकी लोकप्रियता दूसरे राज्यों में काफी बढ़ रही है. गुजरात के अलावा अभिषेक राजस्थान हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पशुपालक भी इसका पालन कर रहे हैं. क्योंकि इसका दूध और भी काफी पोषक होने के साथ-साथ अच्छी कीमत भी देता है. अगर पशु विशेषज्ञों की मानें तो इसे सूखा, हरा चारा और दाना मिश्रण खिलाया जाए, तो यह अधिक दूध देने की क्षमता रखती है.
गिर गायों (gir gaay) में भी कई नस्लें पाई जाती हैं. लेकिन पशुपालक किसान भाई ज्यादातर दो नस्लों को पालना पसंद करते हैं. क्योंकि इनकी क्षमता काफी अधिक होने के साथ-साथ यह काफी सुंदर भी दिखती हैं. गिर की इन दोनों नस्लों में स्वर्ण कपिला और देवमणी हैं.
इस राज्य में चल रहा है प्रोजेक्ट गिर
कुछ गिर गाय (gir cow) पालकों द्वारा यह दावा किया जाता है. किसके दूध में कुछ सोने के अंश पाए जाते हैं. इसके अलावा इसके दूध में पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी पाए जाने का भी दावा किया जाता है.
उत्तर प्रदेश राज्य में सरकार द्वारा गिरी प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है. क्योंकि उत्तर प्रदेश में इस गाय की संख्या काफी कम है. अगर गिर गाय की बात करें तो बरसाना के मान मंदिर की गौशाला में करीब करीब 55000 गिरी गए हैं. यहां भी गिर गायों की क्रॉस ब्रीडिंग के लिए लाया गया है. केंद्रीय पशुपालन व डेयरी विभाग ने इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की है. जिसके तहत यूपी के वाराणसी में गिर नस्ल की 400 से अधिक गाय लाई जा चुकी हैं. इस प्रोजेक्ट गिर गाय के जरिए यूपी को दूध उत्पादन में नंबर 1 बनाए रखने जाने की कोशिश हो रही है.