इस पेड़ की खेती से किसान भाई कमाएंगे अगले 70 साल तक

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SUPARI KI KHETI
सुपारी की खेती

सुपारी की खेती | SUPARI KI KHETI 

दुनिया में सुपारी उत्पादन के मामले में भारत पहला स्थान रखता है. यहां विश्व की लगभग आधी सुपारी का उत्पादन भारत में ही किया जाता है. सुपारी का उपयोग भारत में शौकिया खाने में ही नहीं बल्कि धार्मिक क्रियाकलापों में भी इस्तेमाल किया जाता है. बच्चों से लेकर बड़े तक सभी सुपारी को खाना बहुत ही पसंद करते हैं. भारतीय पान में भी सुपारी का उपयोग किया जाता है.

सुपारी का उपयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है. लेकिन इसका अधिक प्रयोग करने से यह शरीर को काफी नुकसान पहुंचाती हैं. लेकिन इसके नुकसान होने के बाद भी कुछ फायदे भी हैं, खासकर यह महिलाओं को विशेष फायदा पहुंचाती है. इसी कारण इसे पीसकर लड्डू तैयार किए जाते हैं. जिससे शरीर को मजबूती मिलती है. साथ ही शरीर में उर्जा को भी बढ़ाती है. कमर के दर्द में भी सुपारी बहुत ही फायदेमंद होती है.

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सुपारी की खेती कहां करें

देश में सुपारी की खेती (Areca nut) लगभग सभी प्रकार की मिट्टियों में की जा सकती है. लेकिन दोमट चिकनी मिट्टी इसकी खेती के लिए सबसे अनुकूल होती है. इसके अलावा सुपारी के पेड़ काफी लंबे होते हैं. इन पेड़ों की लंबाई नारियल के पेड़ की तरह 50 से 60 फीट लंबी होती है. इसके पेड़ लगभग 5 से 8 साल में फल देना प्रारंभ करते हैं. एक बार इसकी खेती करने के बाद किसान भाई लगभग 70 साल तक लाभ ले सकते हैं.

सुपारी की खेती में रखें इन बातों का ध्यान 

सुपारी की खेती के लिए इसके पौधे नर्सरी में तैयार किए जाते हैं. इसके लिए सबसे पहले क्यारियां बनाकर उसमें सुपारी के बीज बोकर पौधे तैयार किए जाते हैं. जब क्यारियों में पौधा तैयार हो जाता है, तो वहां से निकालकर इसे खेतों में लगाया जाता है. लेकिन इस बात का ध्यान रखा जाता है कि जहां भी इसके पौधों की रोपाई की जाए, उन खेतों में जल निकास की उचित व्यवस्था होनी चाहिए. इसीलिए इस के खेतों में छोटी-छोटी नालियां बना दी जाती हैं. जिससे पानी अच्छी तरह से निकल जाए. इसको लगाने का सबसे उपयुक्त समय जुलाई का महीना होता है. क्योंकि इस महीने मानसून होने के कारण इसके पौधे जल्दी विकसित हो जाते हैं. पौधों की अच्छी बढ़वार के लिए गोबर की खाद या कंपोस्ट खाद का भी उपयोग जरूर करें.

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कितना मिलेगा लाभ

सुपारी के पेड़ तैयार होने में लगभग 5 से 8 साल का समय लग जाता है. इसके बाद इसके पौधे उपज देना प्रारंभ कर देते हैं. सुपारी की तुड़ाई तभी करनी चाहिए, जब इसके फलों का तीन चौथाई भाग पक जाए. भारतीय बाजार में सुपारी अच्छे मूल्य पर बिक जाती है. बाजार में इसकी कीमत लगभग ₹400 से लेकर ₹600 प्रति किलो तक रहती है. किसान भाई 1 एकड़ सुपारी की खेती कर अच्छा लाभ कमा सकते हैं. किसान के खेतों में अगर पेड़ अच्छी संख्या में लगे हैं, तो यह मुनाफा लाख से करोड़ रुपए तक हो सकता है.

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