Dairy farm subsidy in india | डेयरी फार्म खोलने पर मिलेगा 75 प्रतिशत तक का अनुदान
Dairy farm subsidy in india : देश के ज्यादातर किसान भाई खेती के साथ-साथ पशुपालन का कार्य भी करते है जिससे उनकी अच्छी-खासी आमदनी होती है. इसी लिए सरकार द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनायें समय-समय पर लाती रहती है. इसी कड़ी में सरकार द्वारा डेयरी फार्म (dairy farm) खोलने के लिए किसानों व पशुपालकों को भारी अनुदान (subsidy) देती है.
ऐसे में राज्य सरकारों की ओर से डेयरी फार्म खोलने के लिए अनुदान दिया जा रहा है. आज हम एक इसे ही राज्य की अनुदान योजना के बारे में जानेगें जो किसानों को डेयरी फार्म खोलने के लिए 75 प्रतिशत तक का अनुदान दे रही है. इस तरह किसान भाई काफी कम पैसा लगाकर डेयरी फार्म (Dairy farm subsidy in india) खोल सकते है. और दूध व्यवसाय (milk business) से अच्छी आमदनी कर सकते है.
सरकार द्वारा डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा
देश के बाजार में आज दूध एवं दूध से बने उत्पादों की जबरदस्त मांग है. इसलिए इनकी कीमत भी अच्छी मिलती है. पूरे साल दूध, दही और छाछ की मांग बनी रहती है. लेकिन देश में खपत के मुकाबले दूध का उत्पादन (milk production) काफी कम है.
इसलिए आज सरकार डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. वही इसके लिए किसानों को डेयरी फार्मिंग के लिए भरी अनुदान भी दे रही है.
डेयरी फार्मिंग का लाभ किसानों को मिल सके. इसके लिए किसानों से आवेदन भी मांगे गए है. इसलिए इच्छुक एवं पात्र व्यक्ति डेयरी फार्म के लिए सब्सिडी (subsidy for dairy farm) का लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकता है.
तो आइये आज हम आपको गाँव किसान के इस लेख के जरिये यहाँ पर डेयरी फार्मिग योजना क्या है? किसान इसका आवेदन कैसे कर सकता है?, कितना अनुदान प्राप्त होगा?, किस राज्य के किसानों को 75 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जायेगा?, पात्रता एवं दस्तावेजों की पूरी जानकारी प्राप्त कर पायेगें, तो आइये विस्तार से जानते है –
डेयरी फार्म योजना आखिर है क्या ? (What is Dairy Farm Scheme)
देसी गाय के पालन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा डेयरी फार्म के तहत योजना चलायी जा रही है. जिसमें सरकार द्वारा देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना 2023-24 की शुरुआत की गयी है. देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना के द्वारा सरकार किसान पशुपालकों को 40 से लेकर 75 प्रतिशत तक अनुदान देती है. सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य गाय संरक्षण के साथ दूध उत्पादन एवं किसानों की आय को बढना है.
किसान पालकों को योजना में कितना मिलेगा अनुदान (subsidy for dairy farm)
इस योजना के तहत किसान पशुपालकों को डेयरी फार्म खोलने के लिए 40 से 75 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जायेगा. योजना में राज्य के अनुसूचित जन जाति व पिछड़ा वर्ग के लोगों को 75 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जायेगा. वही सामान्य वर्ग के किसान पशुपालकों को लागत का 50 प्रतिशत तक अनुदान मिल पायेगा. वही इस योजना में 15 से 20 गायों की डेयरी खोलने पर सभी वर्गों के किसानों को 40 प्रतिशत के अनुदान का प्राविधान है.
डेयरी फार्म में कितने पशु पर कितना अनुदान (Dairy farm subsidy in india)
किसान पशुपालक किसान भाई यदि देसी गाय की डेयरी फार्म खोलते है. तो उनकी किसान भाइयों को लगभग दो लाख 42 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ेगें, जिसमें से राज्य सरकार की ओर से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अत्यंत पिछड़ा वर्ग के पशुपालक किसानों को एक लाख 81 हजार 500 रुपए तक का अनुदान दिया जायेगा. वही अन्य सभी वर्ग के किसान पशुपालकों को एक लाख 21 हजार रुपए तक का अनुदान (subsidy) दिया जायेगा.
लेकिन यदि किसान भाई चार देसी या हिफर गायों से डेयरी फार्म शुरू करते है जिसमें किसान भाइयों को फार्म खोलने के लिए 5 लाख 20 हजार रुपए की लागत लगेगी. तो सरकार द्वारा अनसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व पिछड़ा वर्ग के किसानों को तीन लाख 90 हजार रुपए का नौदान दिया जायेगा. वही अन्य सभी वर्गों के किसान पशुपालकों को दो लाख 60 हजार रुपए का अनुदान (subsidy) दिया जाएगा.
15 से 20 गायों की डेयरी फार्म खोलने किसानों को इतना मिलेगा अनुदान
किसान भाई यदि बड़ा डेयरी फार्म खोलना चाहते है जिसमें 15 से 20 गाये हो तो भी सरकार की तरफ से इस योजना के तहत अनुदान (subsidy) दिया जायेगा. जिसमें किसानों को 15 देसी गायों अथवा हिफर गायों पर जिसकी लागत 20 लाख 20 हजार रुपए तक आयेगी. सरकार द्वारा सभी वर्ग के किसान पशुपालकों को 40 प्रतिशत अधिकतम 8 लाख रुपए 8 हजार रुपए तक का अनुदान (subsidy) दिया जायेगा. इसी तरह देसी गायों जिनका लागत मूल्य 26,70,000 रुपए तक आएगा. इस पर भी सरकार द्वारा सभी वर्ग के किसान पशुपालकों को 40 प्रतिशत यानि 10 लाख 68 हजार रुपए तक का अनुदान (subsidy) दिया जायेगा.
इस योजना के लिए पात्र किसान पशुपालक
इस योजना के लिए बिहार राज्य के लघु किसानों, सीमांत किसानों व गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले किसानों को मिलेगा. इसके अलावा इस योजना में मुख्य रूप से प्रशिक्षित आवेदकों, दुग्ध सहकारिता समिति से जुड़े किसानों और जीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुड़े सदस्यों को प्राथमिकता मिलेगी.
डेयरी फार्म अनुदान के लिए आवेदन कैसे करे ?(How to apply for subsidy for dairy farm scheme)
- देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना (gaupaalan protsaahan yojana) के तहत बिहार राज्य के पात्र किसान व पशुपालक किसान आवेदन कर लाभ ले सकते है.
- किसानो को इसके आवेदन के लिए योजना की ऑफिशियल वेबसाइट https://dairy.bihar.gov.in/ पर जाना होगा.
- वही इस योजना का लाभ (subsidy for dairy farm) लेने के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 1 सितंबर 2023 तक ही है. इससे पहले किसान भाई आवेदन कर सकते है.
- इस योजना के बारे में अधिक जानकरी के लिए किसान भाई योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जान सकते है.
- इसके अलावा पशुपालक किसान भाई अपने जिले के पशुपालन विभाग से भी इस योजना के विषय में अधिक जानकारी ले सकते हैं.
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योजना के अनुदान के लिए पात्रता एवं कागजात
किसान पशुपालकों को इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ मुख्य बातों एवं कागजात की जरुरत पड़ेगी. इसलिए ऑनलाइन आवेदन करते समय इन कागजात (documents) को किसान भाई अपने साथ ही रखे, जिससे आवेदन के समय किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो सके. यह कागजात (documents) एवं निर्देश निम्नवत है –
- आवेदक पशुपालक किसान भाई बिहार राज्य का ही मूल निवासी हो.
- इसके अलावा उसकी उम्र 55 वर्ष से अधिक की न हो.
- आवेदक किसान द्वारा पशु क्रय संबंधी दस्तावेज जो किसी सत्यापन समिति द्वारा सत्यापित होने चाहिए.
- सभी पशुओं का बीमा सम्बन्धी कागजात होने चाहिए.
- ख़रीदे गए पशुओ में कृत टीककरण प्रमाण-पत्र होना चहिये.
- हितग्राही एवं दो गवाह द्वारा हस्ताक्षरित अनुबंध पत्र होना चाहिए.
- हितग्राही द्वारा ईकाई को कम से कम 5 साल तक संचालित किया जाना होना चाहिए.
- इस संबंध में अनुबंध हितग्राही एवं विभाग के बीच संपादित किया जाना होना चाहिए.
- लाभार्थी पशुपालक के बैंक खाते का विवरण, इसके लिए बैंक पासबुक की कॉपी होनी चाहिए.
- आवेदक का निवास प्रमाण-पत्र,पहचान पत्र,जाति प्रमाण पत्र (अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए) हून जरुरी है.