इन तीन घासों को खिलाने से आपके दुधारू जानवर देंगे ज्यादा दूध
देश के ज्यादातर किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन का भी कार्य करते हैं. क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों का पशुपालन से आमदनी का एक बड़ा स्रोत उभर कर सामने आया है. पशुपालन से पशुपालक ग्रामीण काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. लेकिन कभी-कभी दुधारू पशुओं को अच्छा पोषण वाला भोजन नहीं मिल पाता है. जिसकी वजह से वह दूध कम देते हैं. ऐसे में पशुपालक किसान भाईयों को दुग्ध व्यवसाय में नुकसान उठाना पड़ता है. और पशुओं की सेहत भी अच्छी नहीं रहती है.
इसीलिए आज के इस लेख में आप सभी को गायों एवं भैंसों के दूध को प्राकृतिक तरीके से कैसे बनाया जाए पूरी जानकारी मिल पाएगी. गाय और भैंसों को बढ़िया पोषण देने से उनके दुग्ध उत्पादन की क्षमता भी बढ़ जाती है. यहां पर दी गई जानकारी से आपके दुधारू पशु ज्यादा दिन तक अधिक दूध दे सकेंगे. जिसका फायदा दुग्ध पालक किसानों को होगा. तो आइए जानते हैं पूरी जानकारी-
बरसीम घास है पशुओं के लिए पोषक
बरसीम घास पशुओं के लिए पोषक तत्वों से भरपूर होती है. उसके चेहरे में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और फास्फोरस पाया जाता है. जिससे पशुओं का पाचन प्रक्रिया काफी अच्छी रहती है. इसके सेवन से पशुओं में दुग्ध उत्पादन भी बढ़ जाता है. इसीलिए किसान पशुपालक भाइयों को अपने गांव या भैंसों के चारे में बरसीम घास को जरूर शामिल करें. जिससे उनका पशु लंबे समय तक और अधिक दूध दे, जिससे वह अच्छा मुनाफा कमा सकते है.
रिजिका घास के सेवन से होगा ज्यादा दूध उत्पादन
रिजिका घास पशुओं और किसानों दोनों के लिए लाभदायक होती है. क्योंकि इसकी बुवाई काफी आसान होती है, और जल्दी ही तैयार भी हो जाती है. इसके घास में कैल्शियम और फास्फोरस भरपूर मात्रा में पाई जाती है. जो पशुओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ उन में दुग्ध उत्पादन की क्षमता में बढ़ोतरी लाती है. इसीलिए इस घास की बुवाई कर किसान भाई ज्यादा दूध उत्पादन करके अधिक लाभ कमा सकते हैं.
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नेपियर घास से उत्तम आहार
नेपियर घास दुधारू पशुओं के लिए सबसे उत्तम आहार कहां जाता है. क्योंकि यहां घास पोषक तत्वों से भरपूर होती है. जिससे गाय और भैंसों का स्वास्थ्य भी काफी अच्छा रहता है. अगर आप अपने पशुओं को इस घास को चारे में शामिल करेंगे. तो पशुओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ दूध देने की क्षमता भी बढ़ जाएगी. इसके अलावा इस घास की बुवाई एक बार करने से या लगातार 5 साल तक चारा देती रहती है. इसीलिए इसकी बुवाई में लागत भी कम आती है. पशुपालक किसान भाई इस घास को लगाकर बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.