Ambulance facility for treatment of animals | बीमार पशुओं के लिए एम्बुलेंस
Ambulance facility for treatment of animals : देश के किसान खेती के साथ पशुपालन भी करते है जो कि उनकी आय का एक अच्छा जरिया है. इसलिए सरकार द्वारा पशुपालकों की आय बढ़ाने एवं पशुओं को अच्छी स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं. इन योजनाओं में पशुओं का टीकाकरण, दवाओं का वितरण, कृत्रिम गर्भाधान (artificial insemination) एवं पशुओं का इलाज आदि की सुविधाजनक योजनायें शामिल है. दूरदराज के गावों में रहने वाले पशुपालकों को और अच्छी सुविधा मिल पाए इसके लिए सरकार द्वारा पशु एम्बुलेंस सुविधा की शुरुवात की गयी है.
इसी क्रम में छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा 20 अगस्त के दिन महासमुंद के हाई स्कूल मैदान में राजीव गांधी किसान न्याय योजना एवं अन्य योजनाओं के हितग्राहियों को राशि के अंतरण कार्यक्रम के पहले “मुख्यमंत्री गौवंश मोबाईल चिकित्सा योजना” (Chief Minister Cow Vansh Mobile Medical Scheme) के तहत महासमुंद जिले के लिए 7 तथा संभाग के अन्य जिलों के लिए 43 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाईयों को हरी झण्डी दिखाकर सेवा की शुरुवात की गयी.
मुफ्त पशु चिकित्सा सुविधा के साथ ही टोल फ्री नंबर पर परामर्श
छत्तीसगढ़ सरकार की यह योजना मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना एवं मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की तरह ही शुरूकी गयी है. मुख्यमंत्री गौवंश मोबाईल चिकित्सा योजना के तहत चिकित्सायुक्त 163 मोबाईल वैन के माध्यम से गौठानों, ग्राम पंचायतों तक पहुंच सेवा एवं कॉल सेंटर के माध्यम से जी.पी.एस. लगे मोबाईल वैन एवं पशु चिकित्सा सेवा की मॉनिटरिंग तथा परामर्श सुविधा किसान पशुपालकों को उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा इस योजना के तहत किसान पशुपालकों को मुफ्त पशु चिकित्सा सुविधा के साथ ही टोल फ्री नंबर 1962 पर परामर्श की भी सुविधा प्रदान की जाएगी.
किसान के पशुओं का इलाज अब घर पर
छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार का प्रमुख उद्देश्य यह कि मुख्यमंत्री गोवंश मोबाइल चिकित्सा योजना के तहत सभी गौवंश (पशुओं) को वक्त पर बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाय. इस मोबाइल चिकित्सा वाहन के द्वारा किसान पशुपालक के घर जाकर पशुओं का इलाज किया जायेगा. अब राज्य के किसी भी क्षेत्र के पशुपालक अपने पशुओं के बीमार होने पर जल्द से जल्द चिकित्सा वाहन को फोन से कॉल करके अपने पशु निवास स्थान तक बुला सकेगे.और बीमार पशु का इलाज करा सकेगे. इससे पशुपालकों के पशुओं का संरक्षण हो सकेगा. और पशु संरक्षण को बढ़ावा मिल सकेगा.