Agriculture Drone Project – सरकार किसान ड्रोन की मदद से खेती बनाएगी आसान
1 फरवरी 2022 को देश के सामने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने बजट पेश किया. उन्होंने इस बजट भाषण में देश के सामने सरकार की दिशा का रोडमैप (Development Roadmap) पेश किया. वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में सरकार द्वारा सबसे ज्यादा जोर टेक्नोलॉजी की मदद से लोगों की जिंदगी को बेहतर करने पर दिया गया है. वित्त मंत्री ने कहा कि बेहतर तकनीक की मदद से सरकार किसानों की जिंदगी को बेहतर करना चाहती है. साथ ही बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने यह भी कहा कि खेती को आधुनिक बनाने के लिए सरकार तकनीक के प्रयोग पर जोर देना चाहती है.
यह भी पढ़े : मध्य प्रदेश के किसानों के लिए आज से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन शुरू, जानें क्या है नियम
किसान ड्रोन (Kisan Drone) का प्रयोग (drone use for agriculture)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने यह भी कहा कि सरकार फसल मूल्यांकन, जमीन की नपाई, कीटनाशकों का छिड़काव (Pesticides) आदि तकनीको में भी किसानों की मदद से करना चाहती है. इसमें कीटनाशकों के छिड़काव के लिए सरकार ड्रोन (agriculture drone) की मदद लेने की तैयारी में है. साथ ही उन्होंने कहा है कि सरकार का पूरा जोर ‘किसान ड्रोन’ के प्रयोग पर रहेगा. तो चलिए गाँव किसान आपको किसान ड्रोन (Kisan Drone) तकनीक के बारे में पूरी जानकारी देगा. यह किसानों के लिए कैसे मददगार होगा.
यह भी पढ़े : Solar pump subsidy : अपनी पसंद के सोलर पम्प पर किसान भाई पाए 20000 रुपये का अनुदान, जाने आवेदन की प्रक्रिया
किसान ड्रोन से खेती को आसान बनाने की तैयारी (agriculture drone sprayer)
सरकार ने इस साल के बजट में पूरा जोर तकनीक के बेहतर इस्तेमाल पर केन्द्रित है. इसके लिए सरकार ने किसान ड्रोन (agri drones) प्रयोग करने की भी तैयारी कर रही है. किसान ड्रोन में एक मानवरहित टैंक (Humanless Tank) होगा जिसमें 10 लीटर तक कीटनाशक भरा जा सकेगा. इसके उपरान्त यह ड्रोन उड़कर केवल 15 मिनट में ही करीब एक एकड़ खेत की जमीन पर कीटनाशक का बराबर छिड़काव कर सकेगा. इस किसान ड्रोन तकनीक से किसानों के समय बचेगा, साथ ही मेहनत भी कम लगेगी और कीटनाशक का छिड़काव भी सही और बेहतर ढंग से हो जायेगा. इस अलावा सरकार द्वारा किसानों को तकनीक की पहचान और इस्तेमाल पर पूरा जोर देगी.