गेहूं की दस अगेती किस्में | TOP TEN EARLY VARIETIES OF WHEAT
नमस्कार किसान भाई-बहनों, गेहूं की खेती सम्पूर्ण भारत में की जाती है. इसकी बुवाई अक्टूबर माह से शुरू हो जाती है. लेकिन किसान भाई-बहन गेहूं की अगेती किस्मों की बुवाई कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है. इस लिए गाँव किसान (GAON KISAN) आज अपने इस लेख में गेहूं की दस अगेती किस्में के बारे जानकारी देगा, जिनकी बुवाई कर किसान भाई अच्छी उपज के साथ अच्छा लाभ ले पाए. तो आइये जानते है गेहूं की दस अगेती किस्में कौन-कौन सी है –
गेहूं की दस अगेती किस्में
गेहूं की अगेती किस्मों की बुवाई का उचित समय
गेहूं रबी के सीजन की प्रमुख फसल है. किसान भाई के लिए इसकी अगेती बुवाई अच्छी मानी जाती है. जिससे इनको ज्यादा और गुणवत्तापूर्ण पैदावार मिल सकती है. गेहूं की अगेती किस्मों की बुवाई किसान भाइयों को 25 अक्टूबर से 10 नवम्बर के मध्य कर लेनी चाहिए.
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गेहूं की दस प्रमुख अगेती किस्में जो निम्नवत है –
गेहूं की अगेती किस्म एच० डी० 2967
गेहूं की यह किस्म बहुत ही लोकप्रिय किस्म है. इससे गेहूं की अगेती अगेती फसल किसान भाई ले सकते है. यह किस्म पीला रतुआ रोग रोधी होती है. इसका पौधा लगभग 101 सेंटीमीटर तक होता है. इसकी फसल 150 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. इसकी फसल में भूसा भी अधिक प्राप्त होता है. इसकी पैदावार 22 से 23 कुंतल प्रति एकड़ तक होती है. इस किस्म की बुवाई पंजाब और हरियाणा राज्य में अधिक की जाती है.
गेहूं की अगेती किस्म डब्ल्यू० एच० 542
गेहूं की यह किस्म बौनी, अधिक फुटाव तथा न गिरने वाली होती है. इसकी पत्तियां पतली व छोटी, बालियाँ चिकनी एवं बालियाँ पकने पर सफ़ेद रंग की एवं दानों की संख्या अधिक होती है. इसके दाने मध्यम आकार के एवं सख्त होते है. यह रतुआ रोग के पूर्ण अवरोधी तथा करनाल बंट कम लगता है. इसके पकने की अवधि 140 दिन की है तथा इसकी औसत पैदावार 23.2 कुंतल प्रति एकड़ होती है.
गेहूं की अगेती किस्म यू० पी० 2338
इस किस्म की बुवाई सिंचित क्षेत्रों में की जाती है. इसकी बुवाई 10 नवम्बर से 25 नवम्बर तक कर सकते है. यह काफी अधिक पैदावार वाली किस्म है. इसकी संभावित उपज 50 से 60 कुंतल प्रति हेक्टेयर तक हो जाती है.
गेहूं की अगेती किस्म एच० डी० 2687
इस किस्म की बुवाई भी किसान भाई 10 से 25 नवम्बर तक कर सकते है. यह किस्म बेहद कारगर किस्म है. यह किस्म ब्रेड और चपाती बनाने के लिए एकदम उपयुक्त किस्म है. इस किस्म की पैदावार भी लगभग 55 कुंतल प्रति हेक्टेयर तक है.
गेहूं की अगेती किस्म डब्ल्यूएच 1105
गेहूं की ये किस्म अगेती बुवाई के लिए जानी जाती है. लगभग 157 दिनों में पकने वाली इस किस्म से एक एकड़ में लगभग 23 से 24 क्विंटल की पैदावार होती है. इसकीखायस बात यह भी है कि इसमें रतुआ रोग लोग लगने की आशंका कम रहती है. हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और बिहार में इस किस्म की बुवाई खूब होती है. रोटी और ब्रेड के लिए अच्छी किस्म.
गेहूं की अगेती किस्म एचडीसीएसडब्ल्यू 18
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने 2015 में किस्म इजाद की थी. एक एकड़ में लगभग 28 क्विंटल की पैदावार वाली ये किस्म लगभग 150 दिनों में पक जाती है. उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में इसकी खेती होती है.
गेहूं की अगेती किस्म एचडी 3086
गेहूं की किस्म एचडी 3086 की सबसे खास बात यह होती है कि इस पर गर्म हवाओं का असर नहीं पड़ता. इसमें पीला रतुआ रोग लगने की आशंका कम रहती है. लगभग 156 दिनों में पककर तैयार होने वाली ये किस्म पैदावार के मामले में भी अच्छी होती है. प्रति एकड़ उत्पादन लगभग 23 क्विंटल तक होता है.
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गेहूं की अगेती किस्म पी बी डबल्यू 502
गेहूं की पी बी डबल्यू 502 किस्म को पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना के वैज्ञानिकों द्वारा डबल्यू 485, पी बी डब्ल्यू 343 और राज 1482 के बीच संकरण करके विकसित किया है. इस किस्म के दाने शरबती सुनहरी आभा वाले सख्त होते हैं.इसके पौधों की ऊंचाई 80 से 94 सेमी तक होती है. ये किस्म लगभग 128 से 140 दिनों में पककर तैयार हो जाती है, जिससे प्रति हेक्टेयर लगभग 40 से 60 क्विंटल तक मिल जाती है.
गेहूं की अगेती किस्म पीबीडब्ल्यू 677
गेहूं की इस किस्म की बुवाई पंजाब, हरियाणा, गुजरात, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में होती है. ये किस्म लगभग 157 दिनों में तैयार हो जाती है, जिससे प्रति एकड़ लगभग 23 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त हो सकता है. बता दें कि गेहूं की इस किस्म की बुवाई पंजाब, हरियाणा, गुजरात, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के किसान करते हैं, तो उन्हें फसल का उत्पादन अच्छा प्राप्त होगा. ये किस्न उनके लिए काफी लाभकारी साबित हो सकती है.
गेहूं की अगेती किस्म पीबीडब्ल्यू- 725
हरियाणा, पंजाब, गुजरात और मध्य प्रदेश के मैदानी इलाकों में बोई जाने वाली किस्म लगभग 154 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. प्रति एकड़ उत्पादन लगभग 23 क्विंटल तक है.